पलवल जिले में अधिकारी गांव गांव जाकर करेंगे लोगों की समस्याओं का समाधान निजी स्कूल के सम्मान समारोह में बोले ÷ राज्य मंत्री गौरव गौतम

Officers will go from Village to Village

Officers will go from Village to Village

पलवल। दयाराम वशिष्ठ: Officers will go from Village to Village: पलवल जिले के निजी स्कूल संचालकों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह कार्यक्रम में पहुंचने पर राज्य मंत्री गौरव गौतम का जोरदार स्वागत किया गया स्कूल संचालको में गौरव गौतम को फूल मालाओ से एवं गुलदस्ता देने की होड़ लग गई कार्यक्रम में मंच संचालन एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल के संचालक सुरेश भारद्वाज ने किया कार्यक्रम में मौजूद लोगो को अपने सम्भोदन में जिला अध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता हरिंदर पाल राणा ने कहा की केवल 36 वर्ष की उम्र में गौरव गौतम ने पलवल को मंत्रालय में स्थान दिलाने का जो सौभाग्य और गौरव दिलवाया है उससे क्षेत्र की जनता बेहद खुश है उन्होंने कहा की गौरव गौतम क्षेत्र के हर व्यक्ति के काम के लिए हमेसा तत्पर रहेंगे यही नहीं वह पलवल में सकारात्मक राजनीती करेंगे क्षेत्र के विकाश को लेकर किसी का भी कोई सकारात्मक सुझाव हो तो वह मंत्री जी को ओपन सुझाव बेजिझक होकर दे सकते है वही मंत्री गौरव गौतम ने कहा पलवल जिले में अधिकारी लोगों की समस्या का समाधान उनके वार्ड गांव में जाकर करेंगे वहीं उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने काम करने का रवैया पूरी तरह बदलने जनता के हित में काम करने की आदत डालें  तो वही ,निजी स्कूल एसोसिएशन के प्रधान सतबीर पटेल ,शिक्षाविद सतीश कुमार कोशिक,शिक्षाविद पवन अग्रवाल एवं शंभू पहलवान सहित अन्य वक्ताओं ने भी कहा की गौतम के चुनाव के लिए हर व्यक्ति ने स्वम को गौतम मान कर चुनाव लड़ा है ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा की वह तहे दिल से सभी शिक्षाविद का आभार व्यक्त करते है और उनकी उमीदो पर खरा उतरने का भी हर संभव प्रयास करेंगे उन्होंने कहा पलवल की जनता का जो सम्मान लम्बे समय से लंबित था वह हमें भाजपा सरकार ने दिया है उन्होंने कहा की अगले पांच साल बाद हिंदुस्तान ही नहीं दुनिया के पटल पर पलवल अलग ही दिखाई देगा उन्होंने कहा की में हिंदुस्तान के सभी राज्यों में घुमा हूँ, लेकिन पलवल जैसी कनेक्टिविटी कही भी नहीं है, इसलिए पलवल में होने वाले विकास कार्य जल्द ही जनता के सामने होंगे। इस मौके पर जुगल किशोर वशिष्ठ, राजेंद्र सिंह, राम कुमार शर्मा, राजबीर, विजय कुमार व देवी समेत काफी संख्या में शिक्षाविद मौजूद रहे।